इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का IPO 22 नवंबर को ओपन होगा:इसमें 26 नवंबर तक बोली लगा सकेंगे, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,948

इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड का IPO 22 नवंबर को ओपन होगा। निवेशक इस पब्लिक इश्यू के लिए 26 नवंबर तक बिडिंग कर सकेंगे। 29 नवंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस इश्यू का साइज ₹650.43 करोड़ रुपए है। कंपनी की कुल 4,39,48,000 शेयर जारी करने की योजना है। इसमें 3,86,80,000 नए शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है, जबकि प्रमोटर्स 52,68,000 शेयरों की बिक्री करेंगे। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹10 निर्धारित की गई है। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? कंपनी ने प्राइस बैंड ₹140 से ₹148 प्रति शेयर तय किया है। एक लॉट में 101 शेयर होंगे। निवेशक कम से कम 101 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और उसके बाद इसी संख्या के मल्टीपल में। एक रिटेल निवेशक को एंवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के IPO में एक लॉट (101 शेयर) के लिए बोली लगाने के लिए कम से कम ₹14,948 की जरूरत होगी। वहीं, मैक्सिमम 14 लॉट यानी 1,414 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹209,272 इन्वेस्ट करने होंगे। फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी?
कंपनी इस आईपीओ से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में करेगी। इनमें अपनी रोज़ाना की जरूरतें पूरी करना, ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करना और मथुरा में 60 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाना शामिल है। इसके साथ ही, कंपनी अपने कुछ पुराने कर्ज उतारेगी और आम कारोबारी कामों के लिए पैसा लगाएगी। कैसा रहा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन?
इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें तो कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। FY22 में कंपनी की कंसोलिडेटेड कुल आय ₹225.62 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹34.55 करोड़ था। FY23 में यह बढ़कर ₹341.66 करोड़ और ₹55.34 करोड़ हो गया। FY24 में कंपनी ने ₹738.00 करोड़ की आय और ₹108.57 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। FY25 के पहले तिमाही में, कंपनी को ₹207.46 करोड़ की आय और ₹29.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी
इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड (EIEL) पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) और पानी सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSPs) के डिज़ाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है। यह काम ज़्यादातर सरकारी संस्थानों के लिए किया जाता है। कंपनी के WWTP में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP), सीवरेज स्कीम्स (SS) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETP) शामिल हैं, जबकि WSSP में पानी के ट्रीटमेंट प्लांट्स (WTP), पंपिंग स्टेशन्स और पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शामिल है।

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