गौतम अडाणी पर न्यूयॉर्क में धोखाधड़ी-रिश्वतखोरी का आरोप:दावा- सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट पाने भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर देने का वादा किया था

न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट ने गौतम अडाणी समेत 7 लोगों पर अरबों डॉलर की धोखाधड़ी और रिश्वत का आरोप लगाया गया है। बाकी आरोपियों में अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारी भतीजे सागर अडाणी और विनीत जैन का नाम भी शामिल है। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस की तरफ से जारी प्रेस रलीज में कहा गया है कि अडाणी ने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर से ज्यादा की रिश्वत देने का वादा किया था। यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक आरोपियों ने इन पैसों को जुटाने के लिए निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला। साथ ही जांच में बाधा डालने की कोशिश भी की। अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस के अडाणी पर लगाए आरोप एनर्जी बिजनेस को मैनेज करते हैं सागर अडाणी​​​​​​​ गौतम अडाणी के भतीजे, सागर अडाणी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी US से अर्थशास्त्र की डिग्री ली है। डिग्री के बाद सागर 2015 में अडाणी ग्रुप में शामिल हुए। सागर ग्रुप के एनर्जी बिजनेस और फाइनेंस को मैनेज करते हैं। वह रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में फोकस करते हैं और 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी बनाने की योजना बना रहे हैं। सोमवार को अडाणी के एनर्जी शेयरों में गिरावट आई
भले ही अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के आरोप बुधवार की रात सामने आए, लेकिन सोमवार को अडाणी के एनर्जी शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी। अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 1.33 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। ​​​​​​​अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर में 2.33 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। यह 1457 रुपए पर बंद हुआ। अडाणी टोटल गैस के शेयर 2.13 फीसदी की गिरावट के साथ 669.60 रुपए पर बंद हुए। गौतम अडाणी से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट और उनका सफर… डायमंड इंडस्ट्री में आजमाई किस्मत : 24 जून 1962 को जन्मे कॉलेज ड्रॉपआउट गौतम अडाणी गुजरात से हैं। उन्होंने अपने भाई के प्लास्टिक बिजनेस को चलाने में मदद करने के लिए गुजरात लौटने से पहले 1980 के दशक की शुरुआत में मुंबई की डायमंड इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाई थी। इसके बाद 1988 में एक छोटी एग्री ट्रेडिंग फर्म के साथ अडाणी ग्रुप की शुरुआत की। ये अब एक ऐसे ग्रुप में बदल गया है जो कोल ट्रेडिंग, माइनिंग, लॉजिस्टिक्स, पावर जनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन तक फैला हुआ है। अडाणी ग्रुप ग्रीन एनर्जी, एयरपोर्ट्स, डेटा सेंटर्स और सीमेंट इंडस्ट्री में भी है। गौतम अडाणी ने अपने ग्रुप को दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूसर बनाने के लिए 2030 तक कुल 70 अरब डॉलर का निवेश करने का कमिटमेंट किया है। 1996 में बनाई अडाणी फाउंडेशन : पत्नी प्रीति अडाणी के नेतृत्व में अडाणी फाउंडेशन की स्थापना 1996 में हुई थी। इसने भारत के ग्रामीण इलाकों में सोशल प्रोग्राम्स पर काम किया है। वर्तमान में ये फाउंडेशन देश के 18 राज्यों में सालाना 34 लाख लोगों के उत्थान में मदद कर रहा है। प्रीति पेशे से डॉक्टर हैं, जिन्होंने डेंटल सर्जरी (BDS) में ग्रेजुएशन किया है। खबर लगातार अपडेट की जा रही है…

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